वह लड़की
एक बच्ची खेल रही थी
सड़क के किनारे तपती धूप में
सहमते हैं लोग जिस तेज से
उसी की परछाई में बैठ वह
खेल रही थी कुछ पत्तों से
ये वही पत्ते हैं जो सह न सके
प्रचंड ताप को
कुछ ही दूरी पर बन रही है सड़क
रोलरों और दमरों की गति
लू को भी दे रही है चुनौती
पत्थर और अलकतरा डालती
व्यस्त हैं औरतें अपनी काम में
अंगारों पर चलने वाली
इन्ही में से एक है माँ
उस बच्ची की
जिसके अर्धनग्न बदन को
कर दिया है काला
सूर्य की तेज ने
मां की ही बुलंद हौंसलें की तरह
इस बच्ची के भी हैं हौंसलें बुलंद
जो आँखों को मल कर
लू के थपेड़ों में भी मुस्कुरा रही है
हथोंड़ों, कुदाल और बेलचे को ही
अपना खिलौना मान रही है
दमरों और रोलरों की गडगडाहट पर
नाचती है वह लड़की
पत्थरों की पटकने की धुन पर
गाती है वह लड़की
A great word weaving. I mean poem.
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